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🚆 भारतीय रेलवे में बड़ा बदलाव: 1 जुलाई 2025 से लागू हुए नए नियम

भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं, जो यात्रियों की सुविधा, पारदर्शिता और संचालन की दक्षता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किए गए हैं।

💸 किराया संशोधन: दूरी के आधार पर नई दरें

🚉 गैर-एसी श्रेणियाँ (Non-AC Classes)

  • 0–500 किमी: कोई वृद्धि नहीं।

  • 501–1500 किमी: ₹5 की वृद्धि।

  • 1501–2500 किमी: ₹10 की वृद्धि।

  • 2501–3000 किमी: ₹15 की वृद्धि।

  • मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें: 1 पैसा/किमी की वृद्धि।

  • साधारण यात्री ट्रेनें: 0.5 पैसा/किमी (500 किमी से अधिक दूरी पर लागू)।

❄️ एसी श्रेणियाँ (AC Classes)

  • सभी दूरी पर 2 पैसे/किमी की वृद्धि।

  • लागू श्रेणियाँ: एसी चेयर कार, एसी 3-टियर, 2-टियर, फर्स्ट क्लास, वंदे भारत, तेजस, आदि।

🔍 प्रभाव: ₹1,500–1,600 करोड़ की अतिरिक्त वार्षिक आय की उम्मीद।


🕒 आरक्षण चार्ट का समय

  • अब पहला चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से 8 घंटे पहले तैयार होगा।

  • उदाहरण: सुबह 6 बजे रवाना होने वाली ट्रेन का चार्ट रात 10 बजे तैयार होगा।

🔍 प्रभाव: प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को वैकल्पिक योजना बनाने का अधिक समय मिलेगा।


🔐 आधार-आधारित तत्काल टिकट बुकिंग

  • 1 जुलाई से: आधार लिंक यूज़र आईडी अनिवार्य।

  • 15 जुलाई से: आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी सत्यापन अनिवार्य।

  • एजेंट प्रतिबंध: पहले 30 मिनट तक एजेंट टिकट बुक नहीं कर सकेंगे।

🔍 प्रभाव: दलालों पर रोक और आम यात्रियों को बेहतर मौका।


📈 प्रतीक्षा सूची कोटा में बदलाव

  • एसी कोच: प्रतीक्षा सूची सीमा 60% तक।

  • गैर-एसी कोच: सीमा 30% तक।

🔍 प्रभाव: अधिक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना।


🧭 निष्कर्ष

ये बदलाव भारतीय रेलवे को अधिक पारदर्शी, आधुनिक और यात्री-केंद्रित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। लेकिन यह इस पर निर्भर करेगा कि इन्हें कैसे लागू किया जाता है और निगरानी कितनी सख्ती से होती है। कुछ संभावित प्रभावी पहलू:


1. Aadhaar आधारित तत्काल टिकट बुकिंग

  • फायदा: दलालों और एजेंटों द्वारा टिकटों की जमाखोरी पर रोक लगेगी।

  • चुनौती: ग्रामीण इलाकों में आधार लिंक मोबाइल और OTP की सुविधा सीमित हो सकती है।


2. प्रतीक्षा सूची कोटा में वृद्धि

  • फायदा: अधिक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।

  • चुनौती: यदि कोच की संख्या नहीं बढ़ाई गई, तो भीड़भाड़ की स्थिति बनी रह सकती है।


3. चार्ट समय में बदलाव

  • फायदा: यात्रियों को वैकल्पिक योजना बनाने का समय मिलेगा।

  • चुनौती: अंतिम समय में टिकट कन्फर्म होने की उम्मीद रखने वालों को परेशानी हो सकती है।


4. किराया वृद्धि

  • फायदा: रेलवे को अधिक राजस्व मिलेगा जिससे सेवाओं में सुधार संभव है।

  • चुनौती: गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।



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